Courses After Class 10 | TalkInHindi
MehakAggarwal | July 7, 2021 | 0 | Article10वीं के बाद डिप्लोमा छात्रों के लिए 12वीं कक्षा को पूरा किए बिना ही कॉलेजों में एनरोलमेंट के कई मौके देता है. डिप्लोमा कोर्सेज अपने संबंधित क्षेत्र में छात्रों को ट्रेंड करते हैं.
10वीं के बाद छात्र अपने इंटरेस्ट और मार्क्स के आधार पर आर्ट्, साइंस या कॉमर्स स्ट्रीम चुनते हैं. 10वीं कक्षा पास करने के बाद स्टूडेंट्स अपने करियर को लेकर भी सीरियस हो जाते हैं और वे इस दिशा में सोचना शुरू कर देते हैं कि वे कौन सी स्ट्रीम लें जिससे उनका आने वाला करियर शानदार हो सके और ग्रोथ भी मिले. वैसे 10वीं पास आउट स्टूडेंट्स कई डिप्लोमा कोर्सेज भी कर सकते हैं. दसवीं कक्षा के बाद डिप्लोमा छात्रों के लिए 12वीं कक्षा को पूरा किए बिना ही कॉलेजों में एनरोलमेंट के कई मौके देता है. डिप्लोमा कोर्सेज अपने संबंधित क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं ताकि छात्र के लिए नौकरी पाना आसान हो जाए.
डिप्लोमा कोर्सेज का बेनिफिट ये होता है कि छात्र एक स्पेसिफिक स्ट्रीम से संबंधित पूरी नॉलिज और स्किल प्राप्त कर सकते हैं जिसकी इंडस्ट्री में हर समय डिमांड रहती है. डिप्लोमा कोर्सेज प्रैक्टिकल बेस्ड और शॉर्ट टर्म के लिए होते हैं. ये स्टूडेंट्स को कोर्स पूरा होने के बाद कम समय में इंटर्नशिप और जॉब सर्च करने में मदद करते हैं.
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इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
इंजीनियरिंग में डिप्लोमा या डिप्लोमा इन टेक्निकल एजुकेशन प्रैक्टिकल और स्किल्स ओरिएंटेड ट्रेंनिंग पर फोकस्ड एक प्रोग्राम है. इंजीनियरिंग में मैकेनिकल, सिविल, केमिकल, कंप्यूटर, ऑटोमोबाइल जैसे कई डिप्लोमा कोर्स हैं. इन कोर्स की अवधि कम से कम 3 साल है.कैंडिडेट्स एंट्रेंस एग्जाम के माध्यम से या डायरेक्ट एडमिशन के जरिए डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग में एडमिशन ले सकते हैं. प्रवेश परीक्षा कॉलेज पर डिपेंड करती है. इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के बाद कई करियर ऑप्शन हैं जैसे प्राइवेट सेक्टर में नौकरी मिल सकती है. गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब्स के ढेरों मौके मिलते हैं. छात्र हायर स्टडीज भी चुन सकते हैं या फिर सेल्फ एम्प्लॉयड और खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं.
डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स
फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा, आर्ट्स और उससे संबंधित क्षेत्रों में एक सर्टिफिकेट लेवल का कोर्स है. इंस्टीट्यूट्स 10वीं पास उम्मीदवारों को 10वीं की बोर्ड परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर ये कोर्स ऑफर करते हैं. डिप्लोमा इन फाइन आर्ट्स कला की फील्ड में एक एंट्री लेवल का कोर्स है. क्रिएटिविटी और डिजाइनिंग में इंटरेस्ट रखने वाले छात्र इस कोर्स को कर सकते हैं. इस कोर्स की अवधि 1 वर्ष की होती है. इस डिप्लोमा के बाद करियर के कई ऑप्शन हैं जैसे ग्राफिक डिजाइनर, आर्ट टीचर, फ्लैश एनिमेटर, आर्ट लायसन ऑफिसर
डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी
10वीं कक्षा पास करने के बाद डिप्लोमा इन स्टेनोग्राफी का कोर्स किया जा सकता है. अदालत और कई सरकारी कार्यालयों में स्टेनो की वैकेंसी निकलती रहती है. इस कोर्स में स्टेनोग्राफी के साथ ही कम्प्यूटर और टाइपिंग से संबंधित कोर्स भी शामिल हैं. इस कोर्स की अवधि एक साल की होती है. जहां तक करियर ऑप्शन की बात है तो इन छात्रों के पास सरकारी क्षेत्र और निजी क्षेत्र में स्टेनोग्राफर के रूप में नौकरी पाने की काफी गुंजाइश होती है. इसमें शुरुआती वेतन 30 हजार रुपये तक मिलता है.
डिप्लोमा इन आर्ट टीचर
आर्ट टीचर डिप्लोमा या डिप्लोमा इन आर्ट टीचिंग एक कोर्स प्रोग्राम है जो पढ़ाने के तरीके के लिए जबरदस्त ट्रेनिंग देता है. आर्ट टीचिंग में डिप्लोमा वे छात्र कर सकते हैं जिनकी आयु 17+ से अधिक है. ये उन छात्रों के लिए बेस्ट है जो आर्ट टीचिंग को प्रोफेशन के रूप में लेना चाहते हैं. डिप्लोमा इन आर्ट टीचिंग विस्तृत स्केचिंग और पेंटिंग का 6 महीने का प्रोग्राम है. इस कोर्स को पूरा करने के बाद आर्ट टीचिंग में डिप्लोमा होल्डर आर्ट टीचर बनने के लिए एलिजिबल हो जाते हैं.
फैशन डिजाइन में डिप्लोमा
फैशन डिजाइन में डिप्लोमा फैशन डिजाइनिंग की फील्ड में एक फास्ट ट्रैक डिप्लोमा कोर्स है. इस कोर्स का मुख्य उद्देश्य छात्रों को फैशन डिजाइन में क्रिएटिविटी और इनोवेशन खोजने के लिए प्रेरित करना है. इस डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन के लिए हर कॉलेज का क्राइटेरिया अलग होता है. इस कोर्स के बाद फैशन डिजाइनर, कॉस्ट्यूम डिजाइनर, टेक्सटाइल डिजाइनर और स्टाइलिस्ट के तौर पर करियर संवारा जा सकता है.